कछु आर लिखअ सँ पहिने इ बात कहि दी जे हमपर मैथिली लेखनी कनि कमजोर अछि, बचपन सँ हिंदी बेल्ट में रहनाई आ अंग्रेजी में हढबाक वजह सं.. ताहि बौद्धिकजन हमर कचराही मैथिली पर क्षमा करव। आ सुधार के लेल जे सुझाव होयत से अपन बुझि कहब
आहां सबहक
मंजीत ठाकुर
Wednesday, September 17, 2008
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2 comments:
बहुत नीक मंजीत जी। अहाँक ब्लॉगकेँ नीचाँक लिंकपर मिथिला-मैथिली ब्लॉगमे रखने छी, एक बेर देख्अल जाओ।
http://www.videha.co.in/feedback.htm
গজেন্দ্র ঠাকুব
manjit bhaiya,
namaskar,
ham te maithili search kay ahank site tak pahuchiye gelau,
vyakarnik nahi hriday bala maithili chahi hamra se ahan likhai chhi,
muda besi likhab aa barabar likhu se aagrah,
ahank,
umesh kumar mahto viyogi.
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